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पूरे दिन मैं एक टर्मिनल से दूसरे टर्मिनल तक चलती रही। और कभी-कभी टर्मिनल पाँच किलोमीटर लंबा भी हो सकता है। आपको यह पता है, हुह? टर्मिनल 1 से टर्मिनल 2 तक, आप हमेशा चलते रह जाते हैं। और आप इस बीच थप मनोरंजन के लिए खो भी सकते हैं। […] आह, यह सचमुच है... कर्म ऐसी चीज़ है जिसे आप काट सकते हैं, आप इसे महसूस कर सकते हैं, आप इसे पकड़ सकते हैं। यह सिर्फ बात नहीं है। यह पहली बार नहीं हूआ है। लेकिन आम तौर पर मैं आपको नहीं बताती। आमतौर पर हम इस सब पर बात नहीं करते। […]