खोज
हिन्दी
 

आत्मा का पोषण करें: 'असि हबलाबा क्वेट्ज़लकोट (इसप्रकार क्वेट्ज़लकोट बोले )' से प्रवचन, 2 का भाग 1

विवरण
और पढो
" ...सूक्ष्म शरीर पोषित होते हैं 'अंतरतम भगवान की शांति द्वारा,' क्षेत्र की आवाज, वह गीत जो गीत सुनता है, शुद्धता जो पवित्रता को आकर्षित करती है, सत्य जो स्वयं को सत्य में प्रकट करता है।"